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12 A / 80 G


12A और 80G Certificate क्या हैं?

सर्टिफिकेट उद्देश्य
12A Certificate NGO/Trust को Income Tax से छूट देता है — यानी संस्था की आय टैक्स-फ्री हो जाती है।
80G Certificate दानदाता को उनके दान पर Income Tax में छूट (Deduction) पाने की सुविधा देता है।

🧾 1. 12A Certificate — NGO के लिए टैक्स छूट

बिंदु विवरण
किसे जारी होता है NGO, Trust, Society, Section-8 Company
उद्देश्य संस्था को अपनी आय पर टैक्स न देना पड़े
जारी करने वाला विभाग आयकर विभाग (Income Tax Department)
कब लेना चाहिए संस्था के पंजीकरण के तुरंत बाद
वैधता पहले स्थायी होती थी, अब 5 साल के लिए होती है (renewable)
आवेदन फ़ॉर्म Form 10A (new trusts), Form 10AB (renewal)
   
आवश्यक दस्तावेज PAN, Trust Deed/Registration Certificate, bank statement, ID proof of trustees

🧾 2. 80G Certificate — दानदाता को टैक्स लाभ

बिंदु विवरण
किसे जारी होता है 12A रजिस्टर्ड संस्था को ही मिलता है
उद्देश्य दानदाता को आयकर में छूट मिले
जारी करने वाला विभाग आयकर विभाग
वैधता 5 साल के लिए मान्य (renewable)
आवेदन फ़ॉर्म Form 10A / 10AB
टैक्स छूट 50% या 100% deduction (section 80G के तहत)
दानदाता को प्रमाण पत्र संस्था को donation receipt देनी होती है जिसमें:
  • संस्था का नाम,

  • 80G प्रमाणपत्र संख्या,

  • दान की राशि,

  • दानदाता का नाम/PAN
    लिखा हो |


📌 कौन कर सकता है आवेदन?

  • Trust (public charitable trust)

  • NGO (Society या Section 8 Company)

  • धर्मार्थ संस्थान

  • शिक्षा/स्वास्थ्य/गरीबी उन्मूलन में लगे संस्थान


📦 आवेदन के समय आवश्यक दस्तावेज (12A और 80G दोनों के लिए):

दस्तावेज विवरण
🟢 PAN Card संस्था का
📜 Trust Deed / Registration Certificate रजिस्ट्रेशन का प्रमाण
🏦 Bank Statement पिछले 3 साल (यदि उपलब्ध)
🧑‍⚖️ ID Proof सभी Trustees/Directors का
📋 Activity Report संस्था की अब तक की गतिविधियाँ (यदि कोई हो)
📂 Income & Expenditure A/C यदि संस्था पुरानी है (पिछले वर्षों का लेखा-जोखा)

 


✅ लाभ:

लाभ विवरण
NGO की आय टैक्स फ्री (12A के कारण)
दानदाताओं को टैक्स छूट (80G के कारण)
सरकारी मान्यता CSR/Grant हेतु योग्यता बढ़ती है
ट्रांसपेरेंसी संस्था की छवि विश्वसनीय बनती है

📌 नोट:

  • बिना 12A के आपको 80G नहीं मिलेगा

  • नया रजिस्ट्रेशन करने पर पहले Form 10A भरना होता है

  • Renewal/Modification के लिए Form 10AB भरना होता है

  • दोनों सर्टिफिकेट अब 5 साल के लिए मान्य होते हैं और ई-पोर्टल से ही सबमिट किए जाते हैं

TDS Return

TDS Return किन्हें भरना होता है?

TDS Return हर उस व्यक्ति, संस्था, कंपनी, फर्म को भरना होता है जो किसी को पेमेंट करते समय TDS काटते हैं, जैसे:

  • कंपनियाँ

  • सरकार

  • फर्म्स

  • ट्रस्ट/NGO (कुछ मामलों में)

  • व्यक्ति (अगर ऑडिट के तहत हैं)


📑 TDS Return Filing के लिए आवश्यक दस्तावेज

दस्तावेज का नाम उपयोग
TAN Number अनिवार्य — बिना TAN के TDS नहीं भरा जा सकता
PAN of Deductor संस्था या व्यक्ति का PAN
PAN of Deductee जिनसे TDS काटा गया है (employee/vendor)
Challan Details (CIN) TDS जमा कराने का चालान नंबर, BSR Code, तिथि
Payment Details कितनी राशि दी गई, किस दिन दी गई
TDS Deducted Amount TDS कितना काटा गया
Form 16/16A यदि applicable हो (employee या contractor को दिया गया)
Nature of Payment Code किस Section के तहत TDS काटा गया (जैसे 194C, 194J आदि)
Employee Master (for Salary) कर्मचारियों का नाम, PAN, वेतन, deductions
Digital Signature (Optional) इलेक्ट्रॉनिक रूप से जमा करने के लिए
Previous Returns (for correction) पुराने return reference no (यदि correction है)

🔢 TDS Return के प्रकार (Quarterly Form)

Form उपयोग
Form 24Q Salary payments के लिए
Form 26Q Other than salary (contractor, rent, interest)
Form 27Q Non-resident को भुगतान के लिए
Form 27EQ TCS (Tax Collected at Source) के लिए

🧾 Additional Notes:

  • सभी return क्वार्टरली फाइल होते हैं (Q1, Q2, Q3, Q4)

  • NSDL की वेबसाइट या TRACES से online फाइल किया जाता है

  • गलत TDS return पर penalty और interest लग सकता है

  • सभी challan की CIN details और BSR Code की सही एंट्री जरूरी है


📌 निष्कर्ष:

TDS Return Filing के लिए सबसे ज़रूरी दस्तावेज हैं:

  1. TAN

  2. Deductor और Deductee के PAN

  3. Challan Details (BSR Code, CIN)

  4. Payment व TDS Amount

  5. संबंधित Section (194C, 194J आदि)

ITR

📄 ITR फॉर्म लागू होता है लागू नहीं होता जरूरी दस्तावेज उपयोग स्थिति
ITR-1 (SAHAJ) वे व्यक्ति जिनकी आय वेतन, एक घर से किराया, अन्य स्रोत (ब्याज) से है और कुल आय ₹50 लाख तक है व्यवसाय/फर्म/कंपनी, अधिक आय (> ₹50 लाख), एक से अधिक मकान, विदेशी आय Form 16, बैंक स्टेटमेंट, TDS प्रमाणपत्र सबसे सामान्य वेतनभोगी लोग
ITR-2 ऐसे व्यक्ति जिनकी आय ₹50 लाख से अधिक है या एक से अधिक मकान है, पूंजी लाभ, विदेशी आय, डाइरेक्टर हैं Business income वाले (PGBP), पार्टनरशिप फर्म Capital gains रिपोर्ट, विदेशी आय डिटेल्स, शेयर ट्रेडिंग विवरण निवेशक, उच्च आय वर्ग के व्यक्ति
ITR-3 ऐसे व्यक्ति जो व्यापार करते हैं या पेशेवर हैं (doctor, CA, आदि), जिनकी आय “Profit & Gains from Business/Profession” से है वे जिनकी कोई बिजनेस/प्रोफेशनल आय नहीं है Balance Sheet, P&L, Ledger, GST डिटेल व्यापारी, फ्रीलांसर, प्रोफेशनल
ITR-4 (SUGAM) छोटे व्यापारी/फ्रीलांसर जो presumptive income scheme (44AD, 44ADA, 44AE) के तहत आते हैं और आय ₹50 लाख/₹2 करोड़ तक है यदि Books of Account रखना अनिवार्य हो या निदेशक हों बैंक स्टेटमेंट, आधार, PAN, लाभ-हानि का अनुमान छोटे व्यवसायी, दुकानदार, फ्रीलांसर
ITR-5 पार्टनरशिप फर्म, LLP, AOP, BOI आदि Individuals, Companies, Trusts PAN, TAN, Balance Sheet, P&L, Deed फर्म/संघ की फाइलिंग
ITR-6 सभी कंपनियां (Private Limited, Public Limited) जिन पर धारा 11 लागू नहीं होती Companies claiming exemption under Sec 11 (Religious/Charitable Trusts) Audit Report, Financials, GST, Board Report Private Ltd Companies
ITR-7 ट्रस्ट, NGO, राजनीतिक दल, विश्वविद्यालय, धार्मिक संस्थाएं आदि जो धारा 139(4A to 4F) के अंतर्गत आते हैं Individuals, Firms, Companies पंजीकरण प्रमाणपत्र, Trust Deed, दान रिपोर्ट, उपयोग प्रमाण NGO, धार्मिक/शैक्षणिक संस्था
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:
दस्तावेज उपयोग
✅ PAN Card पहचान के लिए अनिवार्य
✅ Aadhaar Card लिंकिंग जरूरी
✅ बैंक स्टेटमेंट आय और खर्च का ब्यौरा
✅ Form 16 / 16A वेतनभोगियों और TDS के लिए
✅ TDS Certificate स्रोत पर कर कटौती की पुष्टि
✅ 26AS और AIS आय और TDS की समेकित जानकारी
✅ निवेश प्रूफ धारा 80C आदि में छूट के लिए
✅ व्यवसाय दस्तावेज व्यापारी या प्रोफेशनल के लिए
✅ CA सर्टिफाइड दस्तावेज जहां ऑडिट आवश्यक हो